Tu meri mohabbat ho - 1 in Hindi Love Stories by Muskan Gupta books and stories PDF | तूं मेरी मोहब्बत हों ?? - 1

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तूं मेरी मोहब्बत हों ?? - 1






पुणे.....

महाराष्ट्रा के जाने माने शहरों में से एक है...! बड़े शहरों में क्या दिन क्या रात सब एक बात ही होती है....! यहां की बड़ी बड़ी इमारतें रोड़ पर आती जाती गाडियां जो कभी किसी के लिए नहीं रुकती है....!!

रात का वक्त था...!! जंगल के उस सुनसान रास्ते पर कुछ एक दो ही गाड़ी रोड़ पर दोढ़ रही थी...!! उसी ही मैं एक ब्लैक रंग की मसीडिस कार अपने तेज रफ्तार में रोड़ पर हवा से बातें करते हुए अपनी मंजिल पर जा रही थी....!!!


जी...!! मिस्टर देशमुख...!! जी..! जी...! जरुर...!! अभी तो मैं एक मीटिंग के लिए जा रहा हूं...!! पर वादा करता हूं कि बहुत जल्द मैं आप से मिलने आऊंगा....!! कार मैं पीछे सीट पर बैठा हुआ इंसान फ़ोन पर बात करते हुए बोला...!!! ड्राइवर जल्दी चलो मुझे बहुत जरूरी मीटिंग में जाना है...!! वो इंसान फ़ोन रखते हुए रूखे स्वर में बोला...!!

जी सर...!! ड्राइवर सामने मिरर में देखते हुए बोला...!!!

रोड़ को खाली देख कर ड्राइवर ने कार की स्पीड को बड़ा देता है....!!!

पीछे बैठा आदमी अपने फाइलों में खोया होता है...!! कि तभी अचानक से कार से कुछ टकराने की आवाज आती है...!!!

अचानक से किसी के सामने आ जाने से कार चला रहे ड्राइवर ने जल्दी से ब्रेक को लगाता है....!! जिससे वो चीज दूर जाके गिर जाती है....!!

ये घटना अचानक से हुईं थीं इस कारण पीछे बैठा कार का मालिक कुछ समझ नहीं पाता है...!! कार के ऐसे तेजी से ब्रेक लगने के कारण उसको जोर से ढका लगता है...!!

क्या हुआ ऐसे कार क्यों रोक दी.....! वो अपनी फाइलें को सही करते हुए बोला...!! जो कार के ऐसे अचानक रुकने के कारण इधर उधर हों गई थी....!!

सॉरी सर...! वो अचानक से कोई कार के सामने आ गया था...!! ड्राइवर सामने देखते हुए बोला...!!

क्या...! कौन...!!

पता नहीं सर...!!

देखो जाके...!!

शायद..! कोई जंगली जानवर होगा सर...!! छोड़िए ना...!!

और कोई इंसान हुआ...! तो...! तों क्या करेंगे आप...!! आप ज़िम्मेदारी लेंगे उसकी...!!

पर सर...!!

पर वर कुछ नहीं...!! आप जाके देखेंगे...!! या मैं जाके देखूं...!!

नहीं...! सर.. आप मत जाइए...! मैं देख कर आता हूं...!! ये बोल कर ड्राइवर बाहर जाता है...!!

कुछ देर बाद ड्राइवर भागते हुए कार की खिड़की के पास आता है और उस इंसान से बोलता है...., सर...!

क्या हुआ...! आप इतने परेशान क्यों लग रहें हैं...!! वो इंसान ड्राइवर की तरफ देखते हुए बोला...!!!

सर...! हमारी कार से कोई इंसान टकराया हैं...!! वो बहुत बुरी हालत में लग रहा है...!!

आपने देखा कौन है...!!

नहीं सर...! वो पीट के बल पड़ा हुआ है...!! मैंने बस दूर से देखा हैं...!!

अच्छा...! चली मैं देखता हूं...!! ये बोल कर वो इंसान कार से उतर कर उस इंसान के पास जाने लगता है....!!

सर...! छोड़िएना...! हम यहां से चलते हैं...! किसी को कुछ नहीं पता चलेगा...!

कैसी बात कर रहे हैं आप...! हमारी कार से इसका ऐक्सिडेंट हुआ है...! एक इंसान होने के नाते हमें इनकी मदद करनी चाहिए...!! वो इंसान अपने ड्राइवर को डांटते हुए बोला...!!

सॉरी सर...!!!

वो इंसान उसके पास जाके खड़ा हो जाता है और उसे देख कर हैरानी से बोला : ये तो कोई लड़की लगती है...!!

क्या लड़की...!! पर सर ये लड़की यहां क्या कर रही होगी...! वो भी इतनी रात को जंगल में...!!

पता नहीं वो तो इससे ही पता चलेगा...! कि ये यहां क्या कर रही है...!!

वो इंसान उस लड़की के पास जाता है और उसको अपनी बाहों में लेते हुए उसके चेहरा को अपनी तरफ करता है... पर उसके चेहरे पर उसके लंबे बाल आ जाते हैं तो वो अपनी एक उंगली से हल्के से उसके बालों को उसके चेहरे पर से हटा कर देखता है...!!

ये...! ये...! तो...!! वो उस लड़की को देखता है फिर ड्राइवर की तरफ हैरानी से देखते हुए बोलता है...!!

.................

To be Continue....
मुस्कान 🙂